इस अवसर पर व्यापार महासंघ अध्यक्ष गिरीश सोमानी ने बताया कि यह मेला क्षेत्रीय व्यापार को नई दिशा व पहचान देने का व्यापार संघ का एक अनूठा प्रयास है। इसमें 50 से अधिक स्टॉल के माध्यम से छोटे- बड़े सभी व्यापारी, महिला उद्यमी तथा नवोदित व्यवसायी ने अपनी-अपनी स्टॉल लगाई है।
सभी व्यापारी अपने उत्पादों व ब्रांड का प्रदर्शन कर सकेंगे। व्यापार संघ द्वारा पहली बार किये जाने वाला इस तरह का आयोजन न केवल भवानीमंडी बल्कि पूरे क्षेत्र की आर्थिक प्रगति के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा। व्यावसायिक स्टॉल, मनोरंजक गेम्स, लाइव म्यूजिक बैंड, आर्केस्ट्रा, झूले चकरी एवं अन्य कार्यक्रम इस मेले में आयोजित होंगे। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिला कलेक्टर अजय सिंह राठौड़ ने एक ग़ालिब की शायरी पड़ते हुए बोला कि 'दुनिया में हूँ पर तलाबदार नही है, बाजार में निकला हूं पर कोई खरीदार नही है।'
वही राठौड़ ने भवानीमंडी कब और कैसे बसी उसके इतिहास के बारे में बताया और कहा कि इस शहर को महाराव राजा भवानी सिंह जी द्वारा व्यापारिक केंद्र की दृष्टि बसाया गया था। जबकि पचपहाड रियासतकालीन से बसा हुआ था। दिल्ली मुम्बई रेलवे लाइन यहां से गुजरने की वजह से भवानीमंडी की स्थापना हुई थी। स्थापना के बाद से ही मालवा क्षेत्र से लगा होने से यहां व्यापारिक गतिविधिया बड़ी थी। वही अंत में उन्होंने कहा कि इस तरह के संघ द्वारा आयोजन करने से छोटे उधमियों को बढ़ावा मिलेगा और मेले के माद्यम से उनके ब्रांड का प्रचार प्रसार होगा। इस दौरान उपखण्ड अधिकारी श्रद्धा गोमे, पालिकाध्यक्ष कैलाश बोहरा, वरिष्ठ डॉक्टर जगदीश अरोड़ा, व्यापार महासंघ अध्यक्ष गिरीश सोमानी, पूर्व व्यापार महासंघ अध्यक्ष राजेश नाहर, आरटीएम अधिकारी वीके जैन सहित व्यापारी मौजूद थे



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