किसान संघ ने दिए ज्ञापन में बताया कि 2024 में खराब हुई खरीब की फसलों का मुआवजा अभी तक नहीं दिया गया है। उसे शीघ्र ही दिलाया जाए। सरकार द्वारा बिजली विभाग का निजीकरण किया जा रहा है, इसे रोका जाए। किसानों की फसल का लागत के अनुसार लाभकारी मूल्य निर्धारित किया जाए व सारी फसलें खरीदी जाए। वही दूध का उचित मूल्य मिले ऐसी नीति बनाई जाए। सरकार की महत्वपूर्ण घर- घर जल योजना से कई गांव वंचित है और जहां तक पहुंची है उनमें पानी नहीं पहुंच रहा है। इसकी जांच की जाए ताकि घर- घर जल पहुंच सके। साथ ही प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसान हितैषी बनाई जाने की मांग की गई। चेतावनी दी कि समय रहते किसान संघ की मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में आंदोलन किया जाएगा, जिसकी समस्त जवाबदारी प्रशासन की होगी।
बैठक में कृष्णपाल सिंह, लाल सिंह, शंकर सिंह, सूरज सिंह, सूरज सिंह, दिलीप सिंह, दशरथ सिंह, दीपक राठौड़, उमराव सिंह, सरवन सिंह, मेहरबान सिंह एवं कई किसान शामिल रहे।

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