पिड़ावा। नगर में आयोजित तीन रोज़ा दीनी तबलीगी इज्तिमा में मोलवी जुबैर गोरी ने अपने बयान में कहा कि “दुनिया एक धोखा है, और रब से ऑनलाइन होने का एक मौका है।” उन्होंने कहा कि इंसान दिन-रात दुनिया बनाने में मेहनत करता है, लेकिन जब दुनिया से रुखसत होता है तो साथ कुछ भी नहीं ले जाता। जो कुछ भी इंसान के साथ जाता है, वह उसके आमाल (कर्म) होते हैं।
मोलवी गोरी ने कहा कि जो ज़िन्दगी हम जी रहे हैं, वह बेहद मुक़्तसर (छोटी) है, जबकि इसके बाद आने वाली ज़िन्दगी लामहदूद (कभी न खत्म होने वाली) है। इस दौरान उन्होंने लोगों से नेक आमाल करने, सच बोलने और पाक-साफ़ रहने की नसीहत दी।
इज्तिमा के दौरान स्वच्छ भारत अभियान का भी पूर्ण पालन किया गया। आयोजन स्थल पर किसी भी प्रकार का प्लास्टिक, डिस्पोजल, गंदगी या धूम्रपान का उपयोग नहीं किया गया। पानी और चाय के लिए स्टील, कांच और चीनी के बर्तनों का प्रयोग किया गया। सुनेल वालों की खिदमत जोन में तैयार किया गया रोग-निरोधक काढ़ा (जोशांदा) लोगों ने खूब पसंद किया। इज्तिमा गाह में आने-जाने वालों के लिए ट्रैफिक व्यवस्था सुव्यवस्थित रही। स्वयंसेवकों ने वाहन संचालन और भीड़ प्रबंधन की जिम्मेदारी बखूबी निभाई। इज्तिमा के दूसरे दिन शनिवार को अल्लाह के रसूल हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की जीवनी पर बयान दिया जाएगा, जबकि 11 नवंबर को सामूहिक दुआ के साथ तबलीगी इज्तिमा का समापन होगा।
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