दिल्ली: जमाअत-ए-इस्लामी हिंद (JIH) केसैयद सआदतुल्लाह हुसैनी ने दिल्ली के लाल किले के पास हुए विस्फोट की निंदा करते हुए पारदर्शी जांच की मांग की. साथ ही पीड़ितों को पर्याप्त मुआवज़ा देने की अपील की. उन्होंने कहा कि अब समय है कि सभी धर्मों के लोग एकजुट होकर आतंकवाद की जड़ों और नेटवर्क को खत्म करने के लिए मिलकर काम करें.
We are deeply saddened by the deadly blast near Red Fort in Delhi on Monday evening. We express deep sorrow over the tragedy and extend heartfelt sympathy to the families of those who lost their lives in this horrific incident. We also express solidarity with the injured and pray… pic.twitter.com/1FpLhBLyhj
— Jamaat-e-Islami Hind (@JIHMarkaz) November 11, 2025
‘दोषियों पर हो कार्रवाई’
हुसैनी ने आगे कहा शुरुआती मीडिया रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि यह एक आतंकी घटना हो सकती है. उन्होंने कहा कि अगर जांच एजेंसियों द्वारा इसकी पुष्टि होती है तो हम इस घृणित कृत्य की कड़ी निंदा करते हैं. साथ ही मांग करते हैं कि दोषियों को जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में लाया जाए.
‘ऐसी घटना गंभीर सुरक्षा चूक को दर्शाता है’
उन्होंने कहा कि देश की राजधानी के केंद्र में ऐसी घटना होना गंभीर सुरक्षा चूक को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि सार्वजनिक सुरक्षा के लिए जिम्मेदार लोगों से तत्काल जवाबदेही तय की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि नागरिकों का जीवन और सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए और सरकार को अपने संवैधानिक कर्तव्य का पालन करते हुए उनकी रक्षा करनी चाहिए.
इसके साथ ही सैयद सादतुल्लाह हुसैनी ने मीडिया और सोशल मीडिया के कुछ वर्गों द्वारा फैलाई जा रही अफवाहों और सांप्रदायिक भ्रामक प्रचार की भी निंदा की. उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में नागरिकों के बीच एकता और भाईचारा पहले से कहीं ज्यादा जरूरी है. उन्होंने कहा कि जो लोग ऐसे घृणित हादसों को अपने वैचारिक या राजनीतिक स्वार्थ के लिए इस्तेमाल करते हैं, उन्हें चिन्हित कर कानून के तहत दंडित किया जाना चाहिए.
‘घटना की निष्पक्ष जांच हो’
जमाअत के अध्यक्ष ने मांग की कि इस विस्फोट की विस्तृत, पारदर्शी और समयबद्ध जांच की जाए, ताकि सभी साक्ष्यों की निष्पक्ष जांच हो और निष्कर्ष सार्वजनिक किए जाएं. इसके साथ ही उन्होंने मांग कि मृतकों के परिवारों को तत्काल और पर्याप्त आर्थिक सहायता दी जाए और घायलों को पूर्ण चिकित्सा और पुनर्वास समर्थन मिले. उन्होंने कहा कि इस घटना के दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए और सुरक्षा में हुई चूक के लिए उच्च स्तर पर जवाबदेही तय की जाए.
अपने बयान में सैयद सआदतुल्लाह हुसैनी ने कहा कि आतंकवाद किसी भी धर्म की अभिव्यक्ति नहीं हो सकता, यह धर्म का विश्वासघात है. उन्होंने कहा कि किसी भी नाम या झंडे के तहत किया गया हिंसक कृत्य समान रूप से निंदनीय है. उन्होंने कहा कि अब समय है कि सभी धर्मों के लोग एकजुट होकर उग्रवाद और नफरत को ठुकराएं साथ ही आतंकवाद की जड़ों और नेटवर्क को खत्म करने के लिए मिलकर काम करें. उन्होंने कहा कि सिर्फ एक एकजुट समाज ही देश के बहुलतावाद, शांति और भविष्य की रक्षा कर सकता है.

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